जन्म : अविभाजित लाहौर (अब पश्चिमी पाकिस्तान) में 4 अक्टूबर 1946 को । 1947 में लाहौर से कलकत्ता । शिक्षा : स्कूल से लेकर एम.ए. तक की शिक्षा कलकत्ता में ही हुई । 1962 में श्री शिक्षायतन स्कूल से प्रथम श्रेणी में हायर सेकेण्डरी पास की। 1965 में श्री शिक्षायतन कालेज से बी.ए.आनर्स और 1967 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से एम.ए.(हिन्दी साहित्य) किया । दोनों बार गोल्ड मेडलिस्ट । पहली प्रकाशित कहानी ‘मरी हुई चीज़’ ज्ञानोदय सितम्बर 1965 में । पहली लिखित कहानी ‘एक सेंटीमेंटल डायरी की मौत’ सारिका : मार्च 1966 में प्रकाशित । 1967 में छात्र जीवन में ही प्रथम कहानी संग्रह ‘ बगैर तराशे हुए’ का प्रकाशन हुआ । कार्यक्षेत्र : · 1965 से 1967 तक कलकत्ता विश्वविद्यालय की पत्रिका ‘प्रक्रिया’ का संपादन . · 1969 से 1971 तक कलकत्ता के दो डिग्री कालेजों श्री शिक्षायतन और आशुतोष कालेज के प्रातःकालीन महिला विभाग जोगमाया देवी कालेज में अध्यापन . · 1977 - 1978 के दौरान कमलेश्वर के संपादन में ‘कथायात्रा’ में सहयोगी संपादक · 1993 -1999 तक महिला संगठन ‘हेल्प’ से संबद्ध . कई कार्यशालाओं में भागीदारी · 2000 से अब तक - वसुंधरा पुस्तक केंद्र तथा महिला सलाहकार केंद्र से संबद्ध . कहानी संग्रह : · बगैर तराशे हुए (1967) - लोकभारती प्रकाशन , इलाहाबाद · यु़द्धविराम (1977) - छह लंबी कहानियां - पराग प्रकाशन , दिल्ली · महानगर की मैथिली ( 1987 ) - नेशनल पब्लिशिंग हाउस , दिल्ली · काला शुक्रवार ( 2004 ) - राजकमल प्रकाशन, दिल्ली · कांसे का गिलास ( 2004 ) - पांच लंबी कहानियां - आधार प्रकाशन, पंचकूला ,हरियाणा · मेरी तेरह कहानियां ( 2005 ) - अभिरुचि प्रकाशन, दिल्ली · रहोगी तुम वही ( 2007 ) - रे माधव प्रकाशन, नोएडा, उ॰प्र॰ · 21 श्रेष्ठ कहानियां ( 2009 ) - डायमंड बुक्स, दिल्ली · एक औरत: तीन बटा चार ( 2011 ) - बोधि प्रकाशन, जयपुर · मेरी प्रिय कथाएं ( 2012 ) - ज्योतिपर्व प्रकाशन , दिल्ली · 10 प्रतिनिधि कहानियां ( 2013 ) – किताबघर प्रकाशन, दिल्ली · अन्नपूर्णा मंडल की आखिरी चिट्ठी ( 2014 ) - साहित्य भंडार , इलाहाबाद · बुत जब बोलते हैं ( 2015 ) - लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद · चुनी हुई कहानियां ( 2016 ) – अमन प्रकाशन, कानपुर उपन्यास : · यहीं कहीं था घर (2010) - सामयिक प्रकाशन , दिल्ली स्त्री विमर्श : · आम औरत: जि़न्दा सवाल (2008) - सामयिक प्रकाशन , दिल्ली · एक औरत की नोटबुक (2010) - मानव प्रकाशन , कोलकाता · सांकल सपने और सवाल (2018) - लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद · स्त्री समय संवाद – (साक्षात्कार) (2016) - साहित्य भंडार , इलाहाबाद कविता संकलन : · रचेंगे हम साझा इतिहास ( 2012 ) - मेधा बुक्स , दिल्ली · कम से कम एक दरवाज़ा ( 2015 ) बोधि प्रकाशन , जयपुर एकांकी: ऑड मैन आउट उर्फ बिरादरी बाहर (2011) - राजकमल प्रकाशन, दिल्ली संपादन : औरत की कहानी (2008) - भारतीय ज्ञानपीठ , दिल्ली · भारतीय महिला कलाकारों के आत्मकथ्यों के दो संकलन—‘दहलीज़ को लाँघते हुए’ और ‘पंखों की उड़ान’- स्पैरो, मुंबई ( Sound and Picture Archives for Research on Women ) · मन्नू भंडारी: सृजन के शिखर ( 2010 ) - किताबघर प्रकाशन, दिल्ली · मन्नू भंडारी का रचनात्मक अवदान ( 2012 ) - किताबघर प्रकाशन, दिल्ली · स्त्री संवेदना : विमर्श के निकष ( 2015) - दो खंड - साहित्य भंडार इलाहाबाद अनुवाद : · कहानियां कइ भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त अंग्रेजी, फ्रेंच, पोलिश, चेक ,जापानी, डच, जर्मन, इतालवी तथा ताजिकी भाषाओं में अनूदित और इन भाषाओं के संकलनों में प्रकाशित। · रहोगी तुम वही ( 2008 - उर्दू भाषा में; किताबदार, मुंबई ) · उंबरठ्याच्या अल्याड पल्याड-(मनोविकास प्रकाशन, पुणे, महाराष्ट्र) (2012-स्त्री विमर्श पर आलेखों का संकलन मराठी भाषा में) मैथिलीच गोश्ट -(प्राजक्तप्रकाशन, पुणे, महाराष्ट्र - 2015 कहानी संकलन ) · वेख धीयां दे लेख - यहीं कहीं था घर उपन्यास का पंजाबी अनुवाद टेलीफिल्म : · ‘ रहोगी तुम वही’ कहानी पर पाकिस्तान के ‘हम टीवी’ चैनेल द्वारा चार किस्तों में धारावाहिक प्रस्तुति · ‘ युद्धविराम’ , ‘दहलीज़ पर संवाद’ , ‘इतिहास दोहराता है’ तथा ‘जानकीनामा’ पर दूरदर्शन द्वारा लघु फिल्में निर्मित. दूरदर्शन के ‘समांतर’ कार्यक्रम के लिए कुछ लघुफिल्मों का निर्माण फिल्म पटकथाएँ : · ( पटकथा—बवंडर), टी. वी. धारावाहिक और कई रेडियो नाटकों का लेखन । साक्षात्कार : · उर्दू की प्रख्यात लेखिका इस्मत चुग़ताई, बंग्ला की सम्मानित लेखिका सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी (नलिनी सिंह के कार्यक्रम ‘सच की परछाइयां’ के लिए) हिन्दी की प्रतिष्ठित लेखिका मन्नू भंडारी, लेखक भीष्म साहनी, राजेंद्र यादव, नाटककार लक्ष्मीनारायण लाल आदि रचनाकारों का कोलकाता दूरदर्शन के लिए साक्षात्कार । स्तंभ लेखन : सन् 1977-78 में पाक्षिक ‘सारिका’ में ‘आम आदमी: जिन्दा सवाल’ का नियमित लेखन · सन् 1996-97 में महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर एक वर्ष तक दैनिक ‘जनसत्ता’ में साप्ताहिक कालम ‘वामा’ महिलाओं के बीच काफी लोकप्रिय रहा। · मार्च 2004 से मार्च 2009 तक मासिक पत्रिका ‘ कथादेश’ में ‘औरत की दुनिया’ स्तंभ बहुचर्चित अन्य : कक्षा ग्यारहवीं तथा बी.ए. के पाठ्यक्रम में कहानियां तथा आलेख शामिल ! सम्मान : · सन् 1978 का उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा विशेष पुरस्कार. · सन् 2008 का साहित्य क्षेत्र का भारत निर्माण सम्मान, सन् 2010 का प्रियदर्शिनी सम्मान . · सन् 2011 का वीमेंस अचीवर अवार्ड . · सन् 2011 का केंद्रीय हिंदी निदेशालय का पुरस्कार · सन् 2012 का महाराष्ट राज्य हिंदी अकादमी सम्मान, · सन् 2014 का वाग्मणि सम्मान · सन् 2015 का मुंशी प्रेमचंद कथा सम्मान · सन् 2016 का मीरा स्मृति सम्मान सम्पर्क: 1702, सॉलिटेअर, हीरानंदानी गार्डेन्स, पवई, मुंबई-400 076. फोन: 022 4005 7872 / 097574 94505 / 90824 55039 ई-मेल : sudhaarora@gmail.com वसुंधरा , 602, गेटवे प्लाज़ा, हीरानंदानी गार्डेन्स, पवई, मुंबई-400 076 फोन: 022 4005 7872 / 90824 55039 ई-मेल : sudhaarora@gmail.com |